shiv shankar bhajan created by Saroj Upreti
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भाल चन्दमा नागो की माला रूप निराला
हाथ त्रिशूल साथ गोरी गणेश देव महेश
भक्तों के हित विष पान करते अभी देते
भक्त तुम्हारे मस्तक झुकाते अमंगल गाते
सरोज उप्रेती
भाल चन्दमा नागो की माला रूप निराला
हाथ त्रिशूल साथ गोरी गणेश देव महेश
भक्तों के हित विष पान करते अभी देते
भक्त तुम्हारे मस्तक झुकाते अमंगल गाते
सरोज उप्रेती